Best Paediatric Surgeon Doctors in Gorakhpur
शिशु में डायपर रैश काफी सामान्य समस्या होती है। यह एक तरह का स्किन इंफेक्शन होता है जो डायपर पहनने के कारण होता है। इसके लिए अक्सर घरेलू नुस्खे असरदार होते हैं जो निम्नलिखित हैं:
नारियल तेल: शिशु की स्किन को नर्म और मुलायम बनाने के लिए नारियल तेल बहुत उपयोगी होता है। एक टीस्पून नारियल तेल को गर्म करें और उसे शिशु की एरिया में नर्मीपूर्ण ढंग से लगाएं।
अलोवेरा: अलोवेरा शिशु की स्किन के लिए बहुत उपयोगी होता है। आप एक छोटी अलोवेरा की पत्ती को काटकर उसका जूस निकाल सकते हैं और फिर इसे शिशु की स्किन पर लगाएं।
गुलाब जल: गुलाब जल शिशु की स्किन के लिए बहुत उपयोगी होता है। आप इसे कपड़े पर लगाकर शिशु की स्किन पर धीरे-धीरे मलिश कर सकते हैं।
बच्चों की उम्र के हिसाब से डायपर का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है। यह आपके बच्चे के संभावित आकार, वजन और डायपर की आवश्यकताओं के आधार पर निर्भर करता है।
बच्चे को डायपर पहनाने के दौरान कुछ गलतियां आमतौर पर की जाती हैं, जो इन नुकसानों से बचने में मदद कर सकती हैं:
डायपर के बंद होने की जांच करें: डायपर को धीरे से बंद करने से पहले, सुनिश्चित करें कि वह बच्चे के उपरी और निचले पैंतों के बीच सही तरीके से बंद हो रहा है। अगर डायपर बंद नहीं हो रहा है, तो यह बच्चे को असुविधा पहुँचा सकता है।
अधिक डायपर पहनाना: बच्चों को ज्यादा डायपर पहनाने से उन्हें असुविधा हो सकती है। ज्यादा डायपर पहनाने से बच्चे को गर्मी लग सकती है और यह डायपर रैश या फंगल संक्रमण के लिए आसान जगह बना सकता है।
डायपर नहीं बदलना: डायपर को बदलना बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। ज्यादा समय तक एक ही डायपर पहनाने से बच्चे को असुविधा होती है और डायपर रैश या फंगल संक्रमण के खतरे को बढ़ाता है।
निम्नलिखित उम्र के बच्चों के लिए सामान्य डायपर साइज़ की सिफारिश की जाती है:
नवजात शिशु के लिए न्यूबॉर्न डायपर उपयुक्त होता है।