Best Paediatric Surgeon Doctors in Gorakhpur
नवजात शिशु जीवन का सबसे नाजुक और महत्वपूर्ण दौर होता है। इस समय माता-पिता को अपने शिशु के स्वास्थ्य और सुरक्षा का खास ध्यान रखना चाहिए। स्नान शिशु के स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।
नवजात शिशु के जन्म के बाद नहलाना उतना ही महत्वपूर्ण होता है जितना कि उसकी देखभाल और पोषण करना। नवजात शिशु को सही से साफ रखना उसकी सेहत के लिए बहुत आवश्यक होता है लेकिन इसे बहुत अधिक या बहुत कम नहलाना भी नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए, इस लेख में हम आपको बताएंगे कि नवजात शिशु को कितनी बार नहलाना चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
आपको शिशु को नहलाने से पहले एक चेक-अप करना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि वह स्वस्थ है। नहलाने से पहले, आपको एक वाशिंग टॉवल और एक कप पानी तैयार करना चाहिए। शिशु को रोजाना नहलाना जरूरी नहीं है। आप उसे दिन में एक या दो बार नहला सकते हैं, लेकिन इसे ज्यादा नहीं करना चाहिए। नहलाने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह होता है। सुबह नहलाने से शिशु की त्वचा की सफाई की जा सकती है और उसे ताजगी मिल सकती है। नहलाने के लिए, आप शिशु को एक सामान्य नहाने वाले टब में रख सकते हैं।
नहलाने से पहले, शिशु के लिए एक सुरक्षित और गर्म पानी का इस्तेमाल करना चाहिए। आप उसे बॉडी वाश, शैम्पू नहला सकते हैं। आप उसे सामान्य गर्म पानी से ही नहला सकते हैं। जब आप शिशु को नहलाते हैं, तो उसे समय-समय पर बदलते रहने के लिए उसके साथ हमेशा रहें।
शिशु को नहलाते समय, उसकी आंखों, कानों और नाक के करीबी हिस्सों का ध्यान रखना चाहिए।